डॉक्टर्स day पर मेरी यह रचना जो मेरा ही अनुभव है लिखित एवम वीडियो दोनो ही फॉर्म में प्रेषित है नवजीवन के यह देवदूतदेते जीवन का सारकरते उचित उपचारदर्द फिर हो जाताछूमंतर बाहर ,सुना तो यह था किहॉस्पिटल होता है नरक का द्वारलेकिन प्रत्यक्ष देखा भीकि, इस नरक को स्वर्ग बनाते हैहमारे डॉक्टर्स नर्सेस वार्डबॉयजो […]Read More
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हे राम, कहाँ हो, फिर तुम आओसाधु संतो के रक्षक फिर धनुष उठाओअत्याचारी, असुरो को फिर तुम मार गिराओहे राम हमारे संतो को राक्षसों पर विजय दिलाओदो संतो पर दानव सहस्त्र काल बन कर टूट पड़ेलाज न आई इनको निहत्थों को डंडे कई जड़ेबनकर यमराज तुम धरती का बोझ उठाओहे राम, कहाँ हो, फिर तुम […]Read More